Wheat Price: गेहूं की सरकारी खरीद पर यूपी, पजांब, हरियाणा, राजस्थान और एमपी के किसानों को मिली नियमों में ढील, देखें बड़ा अपडेट

गेहूं की खरीद: सरकार ने कृषि वर्ष 2023-24 के करंट मार्केटिंग ईयर में अब तक 41 लाख टन गेहूं की खरीद की है जो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सीधे बेची गई है। यह पिछले साल की तुलना में 18% कम है। भारतीय खाद्य निगम (FCI) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अशोक कुमार मीणा ने बताया कि बेमौसम बारिश की वजह से खरीद में गिरावट हुई है, जिससे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की मंडियों में अनुपलब्धि हुई है।
कुछ राज्यों में बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान हुआ है जिससे अनाज की गुणवत्ता खराब हो गई है। इसके बावजूद, सरकार ने किसानों की हितों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में गेहूं की खरीद के नियमों में ढील दी है।
16 अप्रैल तक 41 लाख टन गेहूं की खरीद
मीणा ने बताया कि मौजूदा मार्केटिंग ईयर के 16 अप्रैल तक गेहूं की खरीद 41 लाख टन तक पहुंच गई है, जो एक साल पहले की समान अवधि में रही 50 लाख टन की खरीद से थोड़ी कम है। वह यह भी बताया है कि आगामी दिनों में सरकारी खरीद में तेजी आने की उम्मीद है और पंजाब और हरियाणा की मंडियों में गेहूं की आवक बेहतर है।
एफसीआई राष्ट्रीय नोडल एजेंसी है, जो राज्य एजेंसियों के साथ मिलकर एमएसपी पर गेहूं की खरीद करती है। यह खरीद उत्पादक किसानों के हितों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ अलग-अलग कल्याणकारी योजनाओं के लिए बफर स्टॉक बनाए रखने के लिए भी की जाती है।
3.42 करोड़ टन गेहूं का खरीद लक्ष्य
सरकार ने मार्केटिंग ईयर 2023-24 के लिए 3.42 करोड़ टन गेहूं का खरीद लक्ष्य तय किया है जबकि 2022-23 के सत्र में 1.9 करोड़ टन की वास्तविक खरीद की गई थी। पिछले साल गर्मी की लहर के कारण घरेलू गेहूं उत्पादन में गिरावट आने से गेहूं की खरीद कम हुई थी। हालांकि, इस साल गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड 11.218 करोड़ टन रहने का अनुमान है और हाल की बेमौसम बारिश के बावजूद सरकार को यह लक्ष्य हासिल करने का भरोसा है।
हरियाणा में गेहूं की खरीद जोरों पर
हरियाणा में गेहूं की खरीद जोरों पर है। अभी तक 34 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है और किसानों को 900 करोड़ रुपए की पेमेंट हो चुकी है। इस बार लगभग 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं मंडी में आने की संभावना है।
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने गुरुग्राम पहुंचते हुए बताया कि हरियाणा में गेहूं की खरीद लगातार जारी है और इस बार सबसे ज्यादा गेहूं मंडियों में पहुंचेगा। किसानों से एमएसपी रेट पर गेहूं खरीदी जा रही है। अभी तक 34 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है और सरकार ने लगभग 900 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों को कर दिया है। आने वाले दिनों में लगभग 80 लाख मैट्रिक टन गेहूं मंडी पहुंचेगा।
मई महीने के पहले हफ्ते में किसानों को मिलेगा मुआवजा
मई महीने के पहले हफ्ते में किसानों को मुआवजा मिलेगा। सरसों की खरीद भी जारी रहेगी। किसान जब तक मंडी में सरसों लाएगा, उसकी सरसों एमएसपी रेट पर खरीदी जाएगी। ओलावृष्टि में बर्बाद हुई फसल के मुआवजे का भुगतान भी जल्द ही किसानों को किया जाएगा, और प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। मई महीने के पहले हफ्ते में किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।