Crop Ruined Due To Rain: हरियाणा के जींद जिले में प्रकृति का अजीबोगरीब रंग, कहीं बारिश और ओलावृष्टि तो कहीं तापमान दिखा रहा लाल

Crop Ruined Due To Rain: हरियाणा के जींद जिले में रंग-बिरंगा मौसम ने एक अजीब नजारा पेश किया है। शुक्रवार की रात से शुरू हुई भारी बारिश ने जमीन को तर दिया, लेकिन यहां कुछ जगहों पर बारिश की बूंद भी नहीं गिरी। इस विषमता के चलते कुछ मंडियों में गेहूं भीग गया है, जबकि दूसरी ओर कटाई के काम में तुड़ी बनाने वाली मशीनें भी प्रभावित हुई हैं। बारिश के बाद गेहूं की फसल भीगने से कंबाइन रुक गई है जो फसल काटती है।
जींद में आंधी और ओलावृष्टि ने साथ ही साथ तेज हवाओं के साथ-साथ गर्मी को कम किया है। इस मौसम के लिए विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि वर्तमान में उत्तरी मैदानी राज्यों में एक मध्यम श्रेणी का पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है।
बुधवार को दोपहर के बाद जींद जिले में मौसम में एक अचानक से बदलाव हुआ जिससे आसमान में काली घटा छा गई। शाम के पास 5 बजे के समय तेज आंधी के साथ अचानक बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई। नरवाना रोड, झांझ, खटकड़, कहसून, बड़ौदा, घोघड़ियां , उचाना जैसे 20 से अधिक गांवों में ओलावृष्टि देखी गई।
बारिश और ओलावृष्टि से मंडियों में भीगे हुए गेहूं की फसल का काम प्रभावित हुआ और गेहूं की तुड़ी बनाने की मशीन रिपर भी नहीं चल पाई। इसके अलावा, जबकि कुछ इलाकों में बारिश नहीं हुई, दूसरे इलाकों में बारिश भारी तबके में हुई। यह स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी मुसीबत हो सकती है क्योंकि यह उनकी मुख्य फसलों को प्रभावित कर सकती है।
इस मौसमी स्थिति में, लोग तेज हवाओं और बारिश के साथ सावधान रह रहे हैं। वे अपनी संपत्ति को बचाने के लिए सुरक्षा के उपाय अपना रहे हैं
कल शाम हुई बारिश और ओलावृष्टि ने अन्नदाता की परेशानियों को और अधिक बढ़ा दिया है. जो किसान मंडियों में फसल लेकर पहुंचे थे, उनकी फसल भीग गई जिससे MSP पर बेचने में मुश्किलें आएंगी. वहीं दूसरी ओर खेतों में जो फसल खड़ी हैं, बारिश से कटाई का काम प्रभावित हो गया है. वहीं कंबाइन से जो गेहूं की फसल निकाली जा चुकी थी, वहां अवशेष भीगने से तुड़ी बनाने का काम रूक गया है.