हरियाणा : पंचकूला में हरियाणा अमृत जल क्रांति के अंतर्गत आयोजित जल संगोष्ठी में हरियाणा सीएम ने की अनेकों घोषणाएं

हरियाणा सरकार पानी के सदुपयोग और इसकी बचत के लिए कई मोर्चों पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बृहस्पतिवार को कुछ घोषणाएं की। उन्होंने बताया कि धान की सीधी बिजाई क्षेत्र अब 2 लाख एकड़ से बढ़कर 73,000 एकड़ होगा। इससे 218 एमसीएम भू-जल की बचत होगी। उन्होंने इसके अलावा यह भी घोषणा की कि अगले दो वर्षों में 9500 से अधिक जल स्रोतों का जीर्णोद्धार किया जाएगा, जिसमें 5308 तालाब, 63 चैक डैम, 81 उथले ट्यूबवेल और 4000 रिचार्ज बोरवेल शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने पंचकूला में आयोजित 'अमृत जल क्रांति' अंतर्गत हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित 2 दिवसीय जल संगोष्ठी के समापन सत्र में बोला। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती क्षेत्र को 25 हजार एकड़ से 6,000 एकड़ किया जाएगा, जिससे पानी और मिट्टी दोनों का बचत होगा और मिट्टी उर्वरा होगी।
केंद्रीय लवणीय मृदा सुधार संस्थान के साथ कृषि विभाग एक सहयोगी रूप में काम करेगा और तीन महीनों में कार्य योजना को पूर्ण करेगा। इस काम के लिए मशीनों की व्यवस्था की जाएगी। यदि आवश्यकता होती है, तो सब्सिडी की व्यवस्था भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar ने पंचकूला में #हरियाणा_अमृत_जल_क्रांति के अंतर्गत आयोजित जल संगोष्ठी में की अनेक घोषणाएं pic.twitter.com/KhWTMfdLGP
— CMO Haryana (@cmohry) April 27, 2023
मुख्यमंत्री ने बताया कि विश्व बैंक ने अटल भूजल योजना का सैद्धांतिक मंजूरी दे कर राज्य के 14 जिलों में इसे विस्तारित करने की अनुमति दी है। पहले चरण में पंचवर्षीय योजना के तहत 700 करोड़ रुपये का बजट अनुमोदित किया गया था।
दूसरे चरण में, विश्व बैंक लगभग 700 करोड़ रुपये देकर इस योजना के विस्तार का सहयोग करेगा। इससे राज्य के जल भराव के 90 प्रतिशत क्षेत्र को कवर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले दो वर्षों में, 250 से अधिक शहरी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा जो विभिन्न योजनाओं के तहत आते हैं।
ट्रीटेड वेस्ट वाटर से पूरी होगी 50 फीसदी मांग
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले दो वर्षों में कृषि क्षेत्र में पानी की 50 प्रतिशत मांग को एसटीपी के ट्रीटेड वेस्ट वाटर द्वारा पूरा किया जाएगा। इसके अलावा, कृषि की जरूरतों के लिए 75 एसटीपी के पानी का उपयोग किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि औद्योगिक जगत की पानी की मांग की पूर्ति के लिए आईएमटी सोहना, आईएमटी खरखौदा और ग्लोबल सिटी गुरुग्राम में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज लागू करेंगे। उन्होंने मत्स्य पालन क्षेत्र में भी बढ़ोतरी की घोषणा की।