Haryana News: पहलवान बैठे है धरने पर और गृह मंत्री विदेश जाकर मना रहे गीता महोत्सव, अभय चौटाला ने कहा...

Haryana News: 3 मई की रात पहलवानों के साथ हुई बदसलूकी को लेकर इनोले (INLD) के महासचिव अभय चौटाला ने दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं.अभय चौटाला ने कहा कि पुलिस ब्रजभूषण पर कार्रवाई न करने के बजाय उल्टे महिला खिलाड़ियों पर रात को दुर्व्यवार और बतमीजी की है.
महिला खिलाड़ियों के साथ गाली गलौच भी की और कोई भी महिला कांस्टेबल नहीं थी. वहीं कुछ पुलिसकर्मी तो शराब पिए हुए थे. अभय चौटाला ने कहा कि ब्रजभूषण को सरकार बचाने का काम कर रही है. अगर संदीप सिंह कार्रवाई हो जाती तो शायद ब्रजभूषण मामले में भी हो जाती.
धारा 144 लागू करना गलत
अभय चौटाला ने कहा कि ब्रज भूषण को लगता है यह वे कोर्ट में जाएं, यह हमारी बेटियों की इज्जत का सवाल है. इस मामले में सभी खाप और राजनीतिक दल एक बड़ा फैसला लें. हम दिल्ली के चारों तरफ बैठे हुए हैं.
वहीं उन्होंने कहा कि जंतर मंतर पर धारा 144 लागू करना गलत बात है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों ने जंतर-मंतर को इसलिए चुना है ताकि वो केंद्र सरकार तक अपनी बात पहुंचा सकें. अभय चौटाला ने आगे कहा कि जब वो मेडल लेकर आते हैं तब उनके साथ फोटो खिचाते हैं. वहीं अब उनसे केवल 2 मिनट ही बात की गई है.
गीता भुक्कल उतरीं समर्थन में
वहीं पहलवानों को समर्थन देने के लिए पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल भी जंतर मंतर के लिए रवाना हो गई हैं. गीता भुक्कल ने कहा कि पुलिस ने पहलवानों के साथ अभद्र व्यवहार किया. वहीं भाजपा पर धर्म, जाति और बिरादरी के नाम पर बांटने का आरोप लगाया. गीता ने कहा कि खिलाड़ी देश का होता है. किसी एक जाति का नहीं.
पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने झज्जर में मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज गीता महोत्सव मनाने के लिए विदेश जा रहे हैं. प्रदेश की महिला खिलाड़ी धरने पर बैठी हैं, लेकिन एक भी भाजपा का नेता नहीं बोल रहा है. सभी मंत्री गण अपनी चुप्पी साधे बैठे हैं.
पूर्व सीएम ने दी प्रतिक्रिया
साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की दिल्ली जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे खिलाड़ियों पर लाठीचार्ज को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि रक्षक ही भक्षक बन गए हैं, जिनका काम सुरक्षा देना है. उन्होंने ही इस घटना को अंजाम दिया है. हुड्डा ने कहा खिलाड़ियों को न्याय मिलना चाहिए. जंतर-मंतर पर हुई घटना निंदनीय है, ऐसा नहीं होना चाहिए था.