Monsoon को लेकर हरियाणा कितना तैयार,कहीं शहरों में न बहने लग जाएं नदियां
Haryana: हरियाणा में इस बार भी बरसात (rain) में गांव व शहर 'तालाब' बन सकते हैं। राज्य में मानसून (monsoon) दस्तक देने वाला है, लेकिन अभी तक कई स्थानों पर ड्रेन और सीवरेज (Drain and sewage) लाइनों की सफाई का काम अधूरा है। ऐसे में विभिन्न स्थानों पर जलभराव (Water logging) की स्थिति बन सकती है।

Haryana: हरियाणा में इस बार भी बरसात (rain) में गांव व शहर 'तालाब' बन सकते हैं। राज्य में मानसून (monsoon) दस्तक देने वाला है, लेकिन अभी तक कई स्थानों पर ड्रेन और सीवरेज (Drain and sewage) लाइनों की सफाई का काम अधूरा है। ऐसे में विभिन्न स्थानों पर जलभराव (Water logging) की स्थिति बन सकती है।
मुख्य सचिव ने जिला उपायुक्तों से मांगी ग्राउंड रिपोर्ट मांगी
राज्य के मुख्य सचिव संजीव कौशल (Sanjeev Kaushal) ने सभी जिला उपायुक्तों से ग्राउंड रिपोर्ट तलब करते हुए 30 जून तक सभी ड्रेन व सीवरेज लाइनों की सफाई का काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने मंडलायुक्तों और उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई समीक्षा बैठक में कहा कि किसी भी अप्रिय स्थिति को टालने के लिए पहले ही पूरी व्यवस्था कर ली जानी चाहिए ।
उन्होंने कहा कि जिला उपायुक्त बाढ़ से संबंधित सभी कार्यों और परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी खुद करें। सुनिश्चित करें कि आपदा प्रबंधन के सभी काम समय से पहले पूरे हो जाएं। अतिप्रवाहित (ओवरफ्लो) पानी के चैनलों की पहचान कर पंपों के माध्यम से अतिरिक्त पानी की निकासी के आवश्यक प्रबंध किए जाएं।
नालों की सफाई और गाद निकालने का कार्य जल्द पूरा करने का निर्देश देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि उपायुक्त बाढ़ नियंत्रण कार्यों में तेजी लाने के लिए उपमंडल अधिकारियों और सिंचाई विभाग के अन्य अधिकारियों को नियुक्त करें। यह अधिकारी व्यक्तिगत रूप से मौके पर जाकर नालों और बाढ़ नियंत्रण कार्य स्थलों की सफाई का निरीक्षण करें।
उन्होंने कहा कि कार्यों के सत्यापन के बाद रिपोर्ट सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेजी जाए। मानसून सीजन में भारी बारिश के दौरान जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी के लिए पंपसैट की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए।
मुख्य सचिव ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के पास बाढ़ नियंत्रण के लिए उपलब्ध मशीनरी की भी समीक्षा की। उन्होंने बिजली विभाग को निर्देश दिए कि मानसून सीजन के दौरान सिंचाई विभाग को जहां भी बिजली कनेक्शन की आवश्यकता हो, तुरंत कनेक्शन दिया जाना चाहिए। इस दौरान सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने भी अहम सुझाव दिए।