हरियाणा: PGT अभ्यर्थियों को फिर लगा झटका, एग्जाम पर लगाई रोक; हरियाणा सरकार को नोटिस, जानिए वजह?

Haryana PGT Recruitment Exam: पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के एक आदेश के मुताबिक, लोक सेवा आयोग (HPSC) द्वारा आयोजित PGT भर्ती के अभ्यर्थियों को एक झटका लगा है।
यह भर्ती एग्जाम के लिए रोक लगा दी गई है, जिसकी सुनवाई हाईकोर्ट ने एक याचिका के माध्यम से की। इस फैसले के साथ ही, हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार और HPSC को नोटिस जारी करके उनसे जवाब मांगा है। HC ने इस एग्जाम पर रोक लगाने का फैसला उसके पैटर्न बदलने के कारण लिया है।
याचिकाकर्ता पूनम ने बताया कि अगस्त 2019 में, HPSC ने PGT के विभिन्न विषयों के शिक्षकों के पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। नवंबर 2020 में, इन पदों को भरने की जिम्मेदारी HPSC को दी गई थी, और फिर से इसके लिए विज्ञापन जारी किया गया था।
भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के लिए HPSC ने दिसंबर 2022 में एग्जाम पैटर्न जारी किया था। इसमें 150 बहुविकल्पीय प्रश्न थे। लेकिन 20 मार्च को HPSC ने परीक्षा की नई योजना जारी कर दी, जिसमें परीक्षा को दो चरणों में विभाजित किया गया। इसके अनुसार प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा आयोजित की जाएगी। याचीकर्ता ने यह दावा किया है कि भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के बाद इस प्रकार के बदलाव करना उचित नहीं है।
याचिकाकर्ता ने याचिका में बताया कि वह इस भर्ती के लिए पिछले 4 साल से तैयारी कर रहे हैं। परीक्षा से ठीक पहले नई प्रक्रिया को अपनाना अवैध और मनमाना है। याचिका में कहा गया है कि आयोग ने पहले बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ लिखित परीक्षा की घोषणा की थी, लेकिन बाद में व्यक्तिपरक प्रश्नों के साथ प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा आयोजित करने की घोषणा की गई।
हरियाणा की पीजीटी की भर्ती पिछले चार साल से लटक रही है। सबसे पहले 2019 में पीजीटी के 4476 पदों के लिए भर्ती निकाली गई। इसके बाद वर्ष 2021 में फिर इन्हीं पदों को दोबारा विज्ञापन निकाला गया। पहले भर्ती की जिम्मेदारी हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को दी गई थी लेकिन सरकार ने फैसला लिया कि ग्रुप A और B की भर्ती हरियाणा लोक सेवा आयोग करेगा।
दिसंबर 2022 में एचपीएससी ने 50 प्रतिशत अंक लाने जरूरी और नेगेटिव मार्किंग को शामिल कर तीसरी बार पदों को विज्ञापन दिया गया। मार्च 2023 में भर्ती वापस ले ली गई। 20 मार्च 2023 को नया नियम बनाया कि परीक्षा बहुविकल्पीय नहीं, विस्तृत होगी। 29 मार्च को फिर इसमें संशोधन कर कहा कि पीजीटी के लिए एक प्रारंभिक और दूसरी मुख्य परीक्षा यानी 2 परीक्षाएं होगी।