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Cabinet Meeting: MSP को लेकर सरकार कर सकती है बड़ी घोषणा, करोड़ों किसानों की होगी बल्ले बल्ले

Minimum Support Prices News: सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कैबिनेट की बैठक में खरीफ फसलों की एमएसपी (MSP- Minimum Support Prices) पर फैसला हो सकता है. आइये देखें क्या है लेटेस्ट अपडेट...

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Cabinet Meeting: MSP को लेकर सरकार कर सकती है बड़ी घोषणा, करोड़ों किसानों की होगी बल्ले बल्ले, Cabinet Meeting: Government can make a big announcement regarding MSP

Minimum Support Prices News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट और सीसीईए (CCEA-Cabinet Committee on Economic Affairs) बैठक में कई बड़े फैसलों पर मुहर लग सकती है।

झलको हरियाणा को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबकि, बुधवार को होने वाली बैठक में खरीफ फसलों के MSP पर फैसला होने की उम्मीद है। सरकार मार्केटिंग सीजन 2023-24 के लिए एमएसपी को लेकर कोई बड़ी घोषणा मंजूर की जा सकती है।एमएसपी पर हो सकता है फैसला-

सूत्रों का कहना है कि सरकार धान समेत 15 फसलों का एमएसपी पर फैसला ले सकती है. धान का MSP 100 से 120 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ सकता है.

सबसे ज्यादा दालों के एमएसपी में हो सकती है. तूर, उड़द और मूंग दाल के एमएसपी में 300 से 500 रुपए की बढ़ोतरी होने की संभावना है.इसके अलावा बाजरा रागी मक्का कपास के एमएसपी में भी बढ़ोतरी होगी.


आखिर होती क्या है MSP ? (What is MSP?)

अगर आसान शब्दों में कहें तो सरकार एक किसानों की फसल को लेकर एक दाम तय करती है. इसकी शुरुआत आजादी के बाद की गई थी. यह तब शुरू हुआ था जब देश में लगातार अकाल और खाद्य संकट से किसान और देश परेशान था.

इसका उद्देश्य किसानों को नई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर देश में अनाज और दालों का उत्पादन बढ़ाना था. यह किसानों के लिए एक भरोसा था कि सरकार उनकी फसलों की खरीद निश्चित न्यूनतम कीमत पर करेगी. ये दाम डिमांड और सप्लाई के दबाव में कभी नहीं आएंगे.

हालांकि, सरकार कानूनी रूप से एमएसपी देने के लिए बाध्य नहीं है. सरकार को किसानों की फसल खरीदने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है. किसान इस मामले में सरकार को अदालत में नहीं खींच सकते हैं, क्योंकि एमएसपी को लेकर कोई कानून नहीं है.

फसलों की एमएसपी तय कौन करता है और कैसे करता है: कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों के आधार पर सरकार हर साल 23 फसलों के लिए एमएसपी का ऐलान करती है. सीएसीपी कृषि मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला आयोग है.

सीएसीपी 23 फसलों पर एमएसपी की सिफारिश जारी करता है. इसमें सात अनाज (मक्का, ज्वार, बाजरा, धान, गेहूं, जौ और रागी), पांच दालें (मूंग, अरहर, चना, उड़द और मसूर), सात तिलहन (सोयाबीन, तिल, सूरजमुखी, कुसुम, मूंगफली, तोरिया-सरसों, और नाइजर बीज) और चार कमर्शियल फसलें (कपास, खोपरा, गन्नाऔर कच्चा जूट) शामिल हैं.