सुभास चंद्र बोस कैसे बने भारत के पहले प्रधानमंत्री ?
सुभास चंद्र बोस कैसे बने भारत के पहले प्रधानमंत्री ?
सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक जिले के कटक शहर में हुआ था।
सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक जिले के कटक शहर में हुआ था।
उनके पिता जनार्दन बोस एक सरकारी कर्मचारी थे, जबकि माता प्रभावती देवी नामक उनकी मां गृहिणी थीं।
उनके पिता जनार्दन बोस एक सरकारी कर्मचारी थे, जबकि माता प्रभावती देवी नामक उनकी मां गृहिणी थीं।
सुभाष चंद्र बोस ने अपनी शिक्षा को कोलकाता, कैम्ब्रिज, और भारतीय राष्ट्रीय समिति के माध्यम से प्राप्त किया।
सुभाष चंद्र बोस ने अपनी शिक्षा को कोलकाता, कैम्ब्रिज, और भारतीय राष्ट्रीय समिति के माध्यम से प्राप्त किया।
उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय सेना की स्थापना की और ‘आज़ाद हिन्द फ़ौज’ का नेतृत्व किया।
उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय सेना की स्थापना की और ‘आज़ाद हिन्द फ़ौज’ का नेतृत्व किया।
21 अक्टूबर 1943 को, ( Subhas Chandra Bose ) सुभाष चंद्र बोस, जिन्हें लोकप्रिय रूप में नेताजी कहा जाता है,
21 अक्टूबर 1943 को, ( Subhas Chandra Bose ) सुभाष चंद्र बोस, जिन्हें लोकप्रिय रूप में नेताजी कहा जाता है,
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सिंगापुर में आज़ाद हिंद (फ्री इंडिया) की सरकार की स्थापना की, और खुद को प्रधान मंत्री, राज्यपाल और युद्ध मंत्री घोषित किया।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सिंगापुर में आज़ाद हिंद (फ्री इंडिया) की सरकार की स्थापना की, और खुद को प्रधान मंत्री, राज्यपाल और युद्ध मंत्री घोषित किया।
बोस ने आज़ाद हिंद के पर्चम के तहत भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए एक सशस्त्र संघर्ष आरंभ करने का उद्देश्य रखा क्योंकि उन्हें यह विश्वास था कि यह भारत के लिए स्वतंत्रता प्राप्त करने का एकमात्र तरीका था।
बोस ने आज़ाद हिंद के पर्चम के तहत भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए एक सशस्त्र संघर्ष आरंभ करने का उद्देश्य रखा क्योंकि उन्हें यह विश्वास था कि यह भारत के लिए स्वतंत्रता प्राप्त करने का एकमात्र तरीका था।
सुभाष चंद्र बोस के अनमोल विचार – जिसके अंदर 'सनक' नहीं होती, वह कभी महान नहीं बन सकता।
सुभाष चंद्र बोस के अनमोल विचार – जिसके अंदर 'सनक' नहीं होती, वह कभी महान नहीं बन सकता।