सोना एक स्थिर निवेश माना जाता है। आर्थिक अस्थिरता या बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान भी सोने का मूल्य प्रायः स्थिर रहता है।
सोना मुद्रास्फीति के खिलाफ एक बेहतरीन कवच है। जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो आमतौर पर सोने की कीमत भी बढ़ती है, जिससे यह निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प बनता है।
सोने को किसी भी समय आसानी से नकदी में बदला जा सकता है। इसे बेचना आसान है और इसका बाजार हमेशा सक्रिय रहता है।
सोना आपके निवेश पोर्टफोलियो को विविध बनाने में मदद करता है। अन्य संपत्तियों जैसे स्टॉक और बॉन्ड के मुकाबले सोना एक अलग तरह की सुरक्षा प्रदान करता है।
लंबे समय में सोने की कीमत बढ़ने की प्रवृत्ति होती है, जिससे इसे एक लाभदायक निवेश माना जाता है।
भारत में सोने का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। त्योहारों और शादियों में सोना खरीदना शुभ माना जाता है।
सोना एक सीमित प्राकृतिक संसाधन है, जिससे इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। यह आपूर्ति और मांग के आधार पर कीमत को स्थिर बनाए रखता है।
सोने में निवेश व्यक्तिगत और गोपनीय होता है। इसे घर में सुरक्षित रखा जा सकता है या बैंक के लॉकर में रखा जा सकता है।