उत्पत्ति: जींस की उत्पत्ति 19वीं सदी में अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में हुई। इसे लिवाइ स्ट्रॉस और जैकब डेविस ने मिलकर डिज़ाइन किया था।

पहला जींस: पहले जींस का निर्माण खदानों में काम करने वाले मजदूरों के लिए किया गया था क्योंकि यह बहुत मजबूत और टिकाऊ था।

रिवेट्स: जींस की जेबों पर छोटे धातु के रिवेट्स होते हैं, जो इसे और मजबूत बनाते हैं। ये रिवेट्स पहली बार जैकब डेविस द्वारा इस्तेमाल किए गए थे।

विविधता: आजकल जींस कई प्रकार के रंग, आकार, और स्टाइल में उपलब्ध हैं। इसमें स्किनी जींस, बूट-कट, फ्लेयर, और बॉयफ्रेंड जींस शामिल हैं।

फैशन आइकन: 1950 और 1960 के दशक में, हॉलीवुड के सितारों जैसे जेम्स डीन और मर्लिन मुनरो द्वारा जींस पहनने से यह एक फैशन आइकन बन गया।

इको-फ्रेंडली प्रयास: कई ब्रांड अब पर्यावरण के प्रति जागरूक होते हुए, जींस के निर्माण में पानी की बचत और पुनर्नवीनीकरण सामग्रियों का उपयोग कर रहे हैं।

ग्लोबल मार्केट: आज जींस एक ग्लोबल परिधान बन चुका है और दुनिया भर में पहना जाता है। यह पश्चिमी फैशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और विभिन्न संस्कृतियों में अपनाया गया है।