नवरात्रि में की है कलश स्थापना ? जानिए कलश स्थापना के फायदे
Kalash Sthapna Benefits: शुभ कार्य हो या धार्मिक अनुष्ठान, कलश को स्थापित किए बगैर ईश्वर की पूजा का फल मिलना मुश्किल है. कलश में सुपारी, इत्र, दूर्वा घास, अक्षत और सिक्का डाला जाता है. क्या आप जानते हैं कि नवरात्रि या मांगिलक कार्यों में कलश स्थापना के क्या फायदे होते हैं.

Navratri 2022 kalash sthapna: नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा से पहले पवित्र कलश की स्थापना की जाती है. हिंदू धर्म में कलश को सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना गया है. शुभ कार्य हो या धार्मिक अनुष्ठान, कलश को स्थापित किए बगैर ईश्वर की पूजा का फल मिलना मुश्किल है. कलश स्थापित करने से पहले इसमें सुपारी, इत्र, दूर्वा घास, अक्षत और सिक्का डाला जाता है. फिर इसके मुख पर आम या अशोक के पत्ते लगाकर इसे अष्टदल पर स्थापित करते हैं.
1 कार्यों की सिद्धि- जब भी कोई शुभ या मांगिलक कार्य संपन्न किया जाता है तो उसमें कलश की स्थापना बहुत जरूर होती है. ऐसा कहते हैं कि कलश स्थापित किए बिना किसी कार्य को सिद्ध करना असंभव होता है. इसीलिए जागरण, कीर्तन या माता की चौकी से पहले भी हमेशा कलश की स्थापना की जाती है.
2 कर्ज से मुक्ति- ऐसा कहते हैं कि कलश स्थापना सिर्फ किसी कार्य को सिद्ध करने के उद्देश्य से नहीं की जाती है, बल्कि ये कर्ज से भी मुक्ति दिलाता है. जिस घर में शुभ या मांगलिक कार्यों में कलश स्थापित किए जाते हैं, वहां कभी कर्ज की समस्या नहीं रहती है.
3 अखंड धन की प्राप्ति- कलश स्थापना से धन की देवी मां लक्ष्मी भी प्रसन्न रहती हैं. ज्योतिषियों का कहना है कि कलश स्थापना से अखंड धन की प्राप्ति होती है. रुपये, पैसे की कभी कमी नहीं रहती है. बैंक-बैलेंस हमेशा अच्छी स्थिति में रहता है.
4 राहु की परेशानियां दूर- ज्योतिषविदों का यह भी कहना है कि कलश पर रखा नारियल रोग, बीमारी और दुर्घटनाओं से बचाव करता है. ऐसा कहते हैं कि अगर कलश पर नारियल का मुंह ऊपर की तरफ करके रखा जाए तो राहु से जुड़ी समस्याओं का अंत होता है.
5 शत्रुओं पर विजय- नवरात्रि में कलश स्थापित करने का एक अलग और विशेष महत्व है. नवरात्रि के शुभ अवसर पर कलश स्थापना करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है. शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और भक्तों पर मां दुर्गा की असीम कृपा बनी रहती है.