हरियाणा में अब लगेंगे स्मार्ट मीटर, अगर एक दिन भी बिल हुआ लेट तो कट जाएगा कनेक्शन, नहीं मिलेगी बिजली, देखें क्या है योजना

Haryana Smart Meter Yojana: हरियाणा में गर्मी के सीज़न के अंत होने के बाद, शहरों में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की योजना बनाई गई है। बिजली मीटर लगाने से लोगों को घंटों तक बिजली कटौती से निपटने की समस्या से निजात मिलेगी। बिजली निगम अधिकारियों का मानना है कि अब अक्टूबर से ही बिजली मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
स्मार्ट मीटर लगाने के बाद रिचार्ज नहीं करवाने पर बिजली कनेक्शन कट जाएगा। बिजली निगम ने फरवरी माह में शहर के एनआईटी इलाके से स्मार्ट मीटर लगाने का निर्णय लिया था। इसके साथ ही, बिजली निगम की एनर्जी एफिशियेंसी सर्विसिज लिमिटेड (ईईएसएल) के अधिकारियों के साथ बैठक भी हो गई थी।
फरवरी महीने से मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया था। उसके बाद, ईईएसएल कंपनी और बिजली निगम के बीच मीटर लगाने के शुल्क को लेकर विरोध पैदा हुआ था। इसलिए मीटर लगाने की कार्रवाई रुक गई है।
अब तापमान बढ़ता जा रहा है और बिजली की खपत बढ़ती जा रही है। बिजली निगम का कहना है कि यदि अब गर्मियों में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी, तो बिजली आपूर्ति बंद करनी पड़ेगी।
बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता, नरेश कुमार कक्कड़ ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने से बिजली कटौती करनी होगी। गर्मियों में बिजली कटौती ठीक नहीं होगी। इसलिए बाद में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
अगर मीटर रिचार्ज नहीं किया जाता है तो अस्थायी रूप से कनेक्शन कट जाएगा। मीटर रिचार्ज होने पर कनेक्शन तुरंत चालू हो जाएगा।
प्रीपेड मीटर इंस्टॉल होने पर मीटर किराया, फिक्स चार्ज और मासिक न्यूनतम शुल्क दैनिक आधार पर वसूले जाएंगे।
यदि कोई उपभोक्ता इन शुल्कों को भुगतान नहीं करता है तो कर्मचारी उसका कनेक्शन कट कर सकते हैं। अगर कोई बिजली उपभोक्ता किसी काम से घर से बाहर जाता है तो उसे मासिक राशि का औसत बिल नहीं देना पड़ेगा।
स्मार्ट मीटर जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) पर आधारित होंगे। इन मीटरों से चोरी या छेड़छाड़ करना काफी मुश्किल होगा। इससे गलत रीडिंग की समस्या भी दूर होगी। उपभोक्ताओं को इससे गलत बिल नहीं मिलेंगे।
ये मीटर कंट्रोल रूम से भी जोड़े जा सकते हैं जिससे संबंधित जानकारी आसानी से प्राप्त हो सकती है।
स्मार्ट मीटर से रीडिंग सीधे सिस्टम में डाउनलोड हो जाती है जिससे गलत रीडिंग की समस्या से छुटकारा मिलता है।
बिजली निगम अब स्मार्ट मीटर लगवाने की सोच रहा है और उन्होंने अपने स्तर पर ठेके को छोड़ने का फैसला किया है। यह बताया जाता है कि 2019 से मीटर लगाने की तैयारियां चल रही हैं लेकिन अभी तक शहर में मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है।