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Yoga कर रहे लोगों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों का हमला,कार्यक्रम के दौरान स्टेडियम में घुस गई भीड़

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के मौके पर दुनियाभर में ‘योग सेशन’ का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग ने हिस्सा लिया. इसी तरह का एक आयोजन मालदीव (Maldives) की राजधानी माले में स्थित नेशनल फुटबॉल स्टेडियम में भी किया गया था. सबकुछ ठीक चल रहा था कि एकाएक गुस्साई भीड़ ने स्टेडियम में घुसकर हंगामा करना शुरू कर दिया. यही नहीं, भीड़ ने वहां मौजूद चीजों के साथ तोड़फोड़ भी की. नेशनल फुटबॉल स्टेडियम (National Football Stadium) में आयोजित ‘योग सेशन’ का आयोजन भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) द्वारा किया गया था.

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Islamic fanatics attack people doing yoga

 

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के मौके पर दुनियाभर में ‘योग सेशन’ का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग ने हिस्सा लिया. इसी तरह का एक आयोजन मालदीव (Maldives) की राजधानी माले में स्थित नेशनल फुटबॉल स्टेडियम में भी किया गया था. सबकुछ ठीक चल रहा था कि एकाएक गुस्साई भीड़ ने स्टेडियम में घुसकर हंगामा करना शुरू कर दिया. यही नहीं, भीड़ ने वहां मौजूद चीजों के साथ तोड़फोड़ भी की. नेशनल फुटबॉल स्टेडियम (National Football Stadium) में आयोजित ‘योग सेशन’ का आयोजन भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) द्वारा किया गया था.

 कट्टरपंथियों (fanatics )की भीड़ स्टेडियम में बैनर लेकर अचानक घुस गई. वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की. लेकिन गुस्साई भीड़ उनसे भी उलझ पड़ी और वहां मौजूद चीजों के साथ तोड़फोड़ करने लगी. भारी हंगामे के बाद पुलिस ने भीड़ के उपद्रव को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. दरअसल, प्रदर्शनकारी योग सेशन से नाराज़ थे और इसका विरोध करने के लिए वो स्टेडियम पहुंचे थे.

इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में लोगों की भीड़ लाठी और बैनर के साथ फुटबॉल स्टेडियम में घुसती नजर आ रही है. गुस्साई भीड़ को देख वहां योग कर रहे लोगों में भगदड़ मच जाती है. राज्जे टीवी द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे प्रदर्शनकारियों ने आयोजन स्थल पर उपद्रव मचाया और प्रतिभागियों के लिए बने खाने के स्टालों के साथ तोड़फोड़ की स्लामवादियों के एक समूह का मानना ​​है कि ‘योग’ करना सूर्य देवता की पूजा करने जैसा है और ये इस्लाम की परंपरा के मुताबिक, एक विरोधी कार्य है.